रतनी प्रखंड क्षेत्र के सेसम्बा पंचायत में मनरेगा की क्रियान्वित योजना पौधारोपण में लूट की होड़ मची हुई है. पंचायत में कुछ ही जगह पर पौधे लगाए गए लेकिन मनरेगा विभाग के कर्मचारियों से मिलीभगत से पौधारोपण की मजदूरी निकाली जा रही है. वहीं, दरोगा बिगहा गांव मे
भी पौधारोपण कराना था, लेकिन वहां भी देखने पर एक भी पौधे का कहीं पता नहीं चल रहा. लेकिन, विभाग के कागज पर चल रहे

पौधारोपण के नाम पर मजदूरी निकाली जा रही है. इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि कुछ पौधों को लगाकर पौधारोपण का कोरम पूरा कर दिया गया है. साथ ही इन लगे पौधों की देखभाल करने वाला भी कोई नहीं है, लेकिन इसके नाम पर विभाग से मजदूरी की वसूली
की जा रही है पौधो की देखभाल के नाम मिल रही राशि का मिलीभगत से दुरुपयोग हो रहा है. ग्रामीण मजदूरों के पलायन रोकने के लिए केंद्र
प्रायोजित मनरेगा योजना मजदूरों को घर पर ही काम उपलब्ध कराने और चेहरे पर खुशहाली लाने के बजाय लूट खसोट का जरिया बन कर रह गया है. यह योजना पंचायत प्रतिनिधियों व मनरेगा कर्मचारी सहित अन्य के लिए आमदनी का साधन बन गया है. वहीं धरती को हरा भरा
बनाने के लिए पंचायत में हर वर्ष पौधे लगाये जा रहे हैं, फिर ग्रामीण ने बताया कि गांव में सरकार द्वारा चलायी जा रही हरियाली योजना सिर्फ कागजों पर ही चल रही है, जिस जगह पर ज्यादा पेड़ लगाने की
योजना है वहां सिर्फ कुछ पौधे ही लगाकर पौधों की देखभाल के नाम पर मजदूरी की अवैध रूप से निकासी की जा रही है. इसमें जिसको जांच करने की जिम्मेदारी दी गयी है, वह खुद इसमें हिस्सेदार बनकर इस योजना को विफल बना रहा है. में उपयोग कर लिये. सिर्फ मजदूरी के नाम पर पैसे निकाले जाते है. मनरेगा योजना के तहत कहीं भी पेड़ नहीं लगाया गया है, अगर इसकी जांच करायी जाये, तो सब कुछ
समझ में आ जायेगा. पौधारोपण की देखभाल के नाम पर मजदूरी जगह पर पौधारोपण के नाम पर भी मजदूरी लिया जा रहा है. कहते हैं पदाधिकारी इस संबंध में पूछे जाने पर मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी कुछ भी बताने से इंकार कर दिया ने
इस मामले में जब जिले के अधिकारी से जब बात किया गया तो कहा गया
पौधारोपण में शिकायत आ रही है, जिसकी जांच करायी जायेगी.