बिहार के जहानाबाद में मनरेगा योजना में घोटाला का मामला फिर एकबार तूल पकड़ चुका है।जहानाबाद के अमैन पंचायत में मनरेगा में हुए l लाखों के घोटाला फर्जी खाता से राशि निकासी हुई है।के॑द्र एवं बिहार सरकार द्वारा मजदूरों को पलायन रोकने के लिए एवं प्रत्येक मजदूर को 100 दिनों का काम के बदले पैसे प्राप्त करने हेतु महत्वपूर्ण मनरेगा योजना में जाॅब कार्ड के द्वारा मजदूरों को खाते में ही मजदूरी का भुगतान का प्रावधान लाया गया है ,जो मनरेगा योजना भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूर काम के अभाव में पलायन कर रहे हैं, तो दुसरी ओर मनरेगा योजना के तहत बीना कार्य कराए ही

धड़ल्ले से फर्जी जाॅब कार्ड पर पैसा की निकासी की जा रही है जिसमें मनरेगा योजना में सबसे बड़ा घोटाले की बात सामने आ रहा है। बिना काम कराऐ ही लोगों के जॉब कार्ड से पैसे निकासी हो रहे हैं जो यह जांच का विषय है। बता दे की आने वाले समय में बरसात आने वाली है जो कि मनरेगा योजना के सारे पाप धो डालेगी उसी को लेकर मनरेगा
द्वारा कार्ड कारण काम का खुलासा जब क्षेत्र में किया गया तो देखा गया कि कोई भी काम सही नहीं किया गया है और बिना काम किया ही पैसे की निकासी कर ली गई है तस्वीर में आप देख रहे होंगे किस प्रकार से का निर्माण किया गया है।
इसी कड़ी में जहानाबाद प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत अमैन में देखने को मिला। जहां आधा अधूरा कार्य कर लाखों रुपए की निकासी का मामला सामने आया है।
वही जब ग्रामीणों से बात की गई तो उन्होंने बताया की ग्राम अमैन पंचायत में लाखों रुपए की फर्जी निकासी कर ली गई है। जबकि उनका जॉब कार्ड बना हुआ भी है फिर भी उनसे कार्य नहीं कराया गया है और उनके खाते से पैसे की निकासी कर ली गई है ,और उन्हें इस बात की जानकारी भी नहीं है।
इससे साफ जाहिर होता है कि मनरेगा योजना में मची हुई है लूट। इसकी जांच आवश्यक है सवाल यह भी बनता है कि बिना कार्य किया ही पैसे की निकासी किसके आधार पर और किसके सहयोग से हो रही है।