जहानाबाद में कोऑपरेटिव बैंक परिसर में एक निजी के निर्देश डॉ अरविंद कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ग्रामीण स्तर तक लोगों को जागरूक करना और भ्रष्टाचार खत्म करना मेरा उद्देश्य भ्रष्टाचार हर जगह व्याप्त है।
फिर बिहार इससे अछूता कैसे रह सकता है? मगर बिहार पूरे देश में अकेला राज्य है जो “जीरो टोलेरेंस” भ्रष्टाचार युक्त प्रदेश, नशामुक्त प्रदेश का दावा करता है। राज्य के हमारे मुखिया इसकी बात करते हैं।
इसका मुख्य कारण है कि हमारे बिहार के लोगों में जागरूकता की कमी है। हमारे ग्रेजुएट तक पढ़े लोग अंग्रेजी अखबार का समाचार को समझना तो असंभव है वे पढ़ भी नहीं सकते। मैट्रिक पास लोग 5वीं क्लास के सारी किताबों को समझ नहीं सकते।
इस प्रकार बिहार में Education नहीं De-education हो रहा है। जो अपनी मातृभाषा का 10 कलिष्ट शब्द न लिख सकते न समझ सकते वो राजनितिज्ञों की चाल कैसे समझ सकते हैं।
भ्रष्टाचार की जड़ गांव में है। मुखिया जब अपराधी, बाहुबली और जातिय समीकरण पर जितेगा तो देश का 75% फंड को गांव स्तर पर ही लूट मचा देगा। और ऐसा ही हो रहा है। 100% का काम में 20% मुश्किल से खर्चा होता है 80% का बंदर बांट हो जाता है।
मेरा लक्ष्य ग्राम स्तर तक लोगों को जागरूक करना है और भ्रष्टाचार खत्म नहीं तो काफी कम करने का मेरा लक्ष्य है।
इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाए जाऐंगे।
- अरवल एवं जहानाबाद जिले में 50 से 100 ईमानदार, शिक्षित एवं जागरूक लोगों को
- मुखिया चुनाव लड़ाया जायेगा। वोट खरीदने के लिए तो नहीं, मगर उनको उचित चुनाव खर्च भी दिया जाएगा, कुछ
शर्तों के साथ।
- महिलाओं, अल्पसंख्यकों, पिछड़ो, दलितों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- किसी दल का समर्थक या सदस्य होना बुरी बात नहीं है, मगर किसी भी राजनैतिक
दल के कट्टर समर्थकों, किसी दल या नेता के अंधभक्तों को शामिल नहीं किया
जायेगा इस अभियान में। 5. गांव स्तर पर चल रहे प्राइमरी, सेकेन्ड्री एवं सिनियर सेकेन्ड्री स्कुलों में शिक्षा की गुणवत्ता की जांच एवं उसको बढ़ावे हेतु अभियान चलेगा।
- गांवो में चल रहे स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक, दवाएँ आदि को उपलब्ध करवाकर लोंगों के स्वास्थ्य संबंधी सुविधा उपलब्ध करवाया जाएगा।
- पंचायतों में ग्रामीण विकास के सभी कार्यों की जांच / समीक्षा एवं गुणवत्ता बढ़ाया जाएगा।