न जी भर के देखा न कुछ बात की,
बड़ी आरजू थी मुलाकात की
मुसाफिर हैं हम भी मुसाफिर हो तुम भी
किसी मोड़ पर फिर मुलाकात होगी…
कुछ इसी अंदाज में जहानाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार का विदाई समारोह शहर के पीपीएम स्कूल में आयोजित किया गया। लोग उनके समय पूर्व तबादले पर इन्हीं पंक्तियों के साथ उनके कार्यकाल को याद करते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर उनके अल्प अवधि के कार्यकाल की सराहना करते हुए समय पूर्व हुए तबादले पर उन्हें भावुकता के साथ नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी गई। उनका तबादला पटना में वरीय उप समाहर्ता के पद पर हुआ है लेकिन जिस तरह से अपने अल्प अवधि के कार्यकाल में उन्होंने जिले में अपनी एक अलग छाप छोड़ी थी और अपने नाम के अनुसार काम करके दिखाया था।उसके कायल सभी जिलेवासी हो गए थे।
हमेशा लोगों से सहज और सरल स्वभाव के साथ मिलनेवाले अधिकारी के अल्प समय में ही तबादला हो जाने से जिलेवासी मायूस हैं। यह बता दें कि बिहार प्रशासनिक सेवा में आने से पूर्व ये मुंबई में सार्वजनिक क्षेत्र के पीएसयू में अच्छे पद पर तैनात थे लेकिन जनसेवा की भावना के कारण इन्होंने बीपीएससी की परीक्षा पास कर बिहार प्रशासनिक सेवा को ज्वॉइन किया जहां लंबे समय तक ये सीएम सचिवालय में भी रहे।
एसडीएम के रुप में इनकी पहली पोस्टिंग जहानाबाद में ही हुई थी जहां विधि व्यवस्था सहित विगत लोकसभा चुनाव में भी अपने प्रबंधन कौशल और प्रशासनिक क्षमता से लोगों को प्रभावित किया। स्थानीय पीपीएम पब्लिक स्कूल में आयोजित विदाई समारोह में इन्होंने कहा कि अल्प समय में ही जहानाबाद में उन्हें जो प्यार और अपनापन मिला है उसे वे कभी नहीं भूल पाएंगे।
इससे पहले राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक एसके सुनील ने उन्हें पौधा और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर लोजपा नेत्री इंदु कश्यप, समाजसेवी एवं पत्रकार संतोष श्रीवास्तव,शिक्षाविद डॉ.वीरेंद्र कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।