रतनी ,आज पूरे विश्व ने भारत के प्राचीन धरोहर योग की महिमा का गुणगान करते हुए 10 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस इस 21 जून को मनाया। 21 जून, साल का सबसे बड़ा दिन ग्रीष्म संक्रांति के आरम्भ का उद्घोषक है. कहते हैं
आदियोगी शिव ने इसी दिन पहली बार सप्तऋषियों को योग से साक्षात्कार कराया था। महायोगी शिव की योग परंपरा का अनुसरण करते हुए शकूराबाद मध्य विद्यालय में
छात्र-छात्राएं शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने एक साथ साढ़े आठ से साढ़े नौ बजे के बीच घंटे भर के योग सत्र में
भाग ले कर एक नया रिकॉर्ड बनाया. ज्ञातव्य हो कि अनगिनत संख्या में इस योग सत्र में सभी ने हिस्सा ले कर हमारे एक धरती एक परिवार एक भविष्य के इसअभियान को सफल बना दिया। प्रधानाध्यापक आनंद कुमार ने बताया कि यम और नियम के बिना कोई भी योग योग नहीं है। सबसे अच्छा बनने की जगह सबका अच्छा करना ही योग है. सम्बोधित करते हुए कहा कि ज्ञान योग की नई परम्परा पर चलते हुए हर प्रतिभा को शिक्षा हर हाथ को कौशल
के महान उद्देश्य को सफल बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।