जहानाबाद रतनी से रत्नेश कुमार सिंह
कचड़ा ढोने के जगह दिख रहा है भूसा लदा।
रतनी –प्रखंड क्षेत्र के सेसम्बा पंचायत में लोहिया स्वच्छ अभियान के तहत कुड़ा -कचरा ढोने वाला ठेला,स्वक्ष भारत अभियान का पोल खोल दिया है।
जी हां चौंकिए नहीं बिहार सरकार तथा भारत सरकार ने गांव को स्वच्छ बनाने के उद्देश्य से पंचायतों में लाखों रुपए खर्च कर रही है।पर यह क्या , लोहिया स्वच्छ अभियान का ठेला पर भूसा लाद कर, किसी अन्यत्र ले ज जाता दिख रहा है।
यहां यह बता दें कि प॑चायत के प्रत्येक बार्ड में सुखा एवं गिला कचड़ा को उठाने के उद्देश्य से ठेला की आपूर्ति किया गया है।
पर॑तु कचड़ा न लाद कर भूसा ढोने का कार्य किया जा रहा है।
वही जिस ठेला से स्वच्छता कर्मी द्वारा घर घर से कुड़ा उठाने की जिम्मेदारी स॑भाला था,उस ठेला पर निजी कार्य कहे,या भाड़े का सामान ढोने हेतु प्रयोग के तौर पर लिया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा पंचायतों को साफ सफाई हेतु बार्ड स्तर पर सफाई कर्मी की प्रतिनियुक्ति किया गया था।सुखा और गीला कचड़ा उठाने हेतु ठेला की ब्यवस्था किया गया था।
वही यहां तो कचड़ा के जगह ठेला पर भूसा लोड कर ले जाता दिख रहा है।
इस सम्बंध में जब ग्रामीण से जानकारी लिया गया तो,कुछ ग्रामीण ने कहा ठेला का उपयोग इन लोग घरेलू सामान लाने में करने की बात बताई गई।
वही प॑चायत स्वच्छता प्रयवेक्षक से जानकारी लिया गया तो इस सम्बंध में कुछ बताने से इंकार कर दिया गया।