होली और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एक ही दिन पड़ने से इसबार की होली कुछ अनोखी हो गयी है. कुर्मा संस्कृति के बच्चों ने पलाश महोत्सव का आयोजन कर होली के उमंग से सराबोर एक ऐसा सांस्कृतिक कार्यक्रम तैयार किया जिसमें कभी साक्षात् राधा और कृष्ण की जोड़ी बीरज की होरी में नाचती नज़र आयी तो कभी बिहार की मांटी से निकला जोगिड़ा सारारारा का जादू सबके सर चढ़ बोल रहा था. चारो सदन, वाल्मीकि, आर्यभट्ट, कौटिल्य और तथागत ने, नृत्य, संगीत , लघु एकांकी, भाषण और हास्य कविता द्वारा होली की मस्ती के साथ साथ *कोमल पर कमजोर नहीं है।
शक्ति का नाम ही नारी है के जयघोष से विद्यालय सभागार में खूब वाहवाही लूटी. चेयरमैन शंकर कुमार ने होली की शुभकामनायें देते हुए भाईचारे और सौहार्द को नया सम्बल देने वाले लोकपर्व को मिलजुल कर मनाने का आह्वान किया. डायरेक्टर ओम नारायण ने इस अवसर पर बच्चों को ग़ुलाल लगा कर उनके सपनों में नए रंग भरने के संकल्प को दुहराया. इस अवसर पर फ्री एडमिशन का ऐलान करते हुए निदेशक ने बताया कि यह मुहीम 8 मार्च तक प्रभावी रहेगा. कोई भी अभिभावक अपने बच्चे को किसी भी कक्षा में नामांकन शुल्क के बिना नामांकन करा सकते हैं. विद्यालय कार्यालय सभी दिन खुला रहेगा.
प्राचार्य डॉ संजय कुमार सिन्हा ने पलाश महोत्सव के सफल आयोजन के लिए आयोजक समिति को विशेष रूप से बधाई दी. शिक्षक बैंकटेश,मनीष, रजनीश, राजीव, सीमा, मुकेश, बिकाश, अमित द्वय, प्रियंका द्वय, निकिता, शगुन, निशा, सुप्रिया, स्वाति आदि की आयोजन की सफलता में भूमिका की जितनी भी तारीफ़ की जाये कम है. सबसे अलग रही विद्यार्पण की होली. पास के गांव से दो सौ से ऊपर बच्चे निःशुल्क शिक्षा , पुस्तकें, ड्रेस विद्यार्पण के अंतर्गत का लाभ ले रहे हैं.
शिक्षक मोनू मिश्र और ओम प्रकाश शर्मा के अथक प्रयास से बच्चे अंग्रेजी, गणित और कंप्यूटर में महारत हाशिल कर रहे हैं. यह है सच्ची होली. चेयरमैन शंकर कुमार का अभिवंचित वर्ग को मुख्य धारा में लाने के सपने में रंग भरते कुर्मा संस्कृति परिवार की ओर से आप सभी को हैप्पी होली।
जहानाबाद से दीपक शर्मा की रिपोर्ट