चंडी (नालंदा) कोचैसा कुर्मी के चतुर्दिक उत्थान के लिए समाज के लोगों को आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक हर स्तर पर लड़ाई लड़नी होगी। नालंदा में सर्वाधिक वोट होने के बावजूद आज तक लोकसभा में समाज का प्रतिनिधित्व नहीं होना शीर्ष सत्ता की साजिश है।
आगामी चुनाव में नालंदा से जो दल समाज को प्रत्याशी बनाएगा, पूरा समाज एकजुट होकर जिताने का कार्य करेगा।यह प्रस्ताव नालंदा के चंडी में के के परिषद की ओर से रविवार को राजकुमारी पैलेस में आयोजित के के मिलन समारोह में पारित किया गया।
समारोह का शुभारम्भ रामबाबू सर ने स्वागत भाषण से किया। युवा नेता अनुपम कुमार सिन्हा ने विषय प्रवेश कराया। महिला नेत्री अर्चना जी ने नारी शक्ति से आगे आने का आह्वान किया। इसकी अध्यक्षता के के परिषद के अध्यक्ष विजय प्रसाद ने तथा संचालन उमेश चौधरी ने किया।वक्ताओं ने कहा कि 2013 के परिसीमन में चंडी विधानसभा क्षेत्र का विलोपन नालंदा के कोचैसा कुर्मीयों के स्वाभिमान पर कुठाराघात है।
और अब हरनौत एवं हिलसा विधानसभा क्षेत्रों में कोचैसा के अस्तित्व को मिटाने की साजिश सत्ता द्वारा रची जा रही है। समय रहते समाज के लोग नहीं चेते और सत्ता में वाजिब भागीदारी के लिए जुझारू संघर्ष नहीं किया तो कोचैसा कुर्मी के संपूर्ण अस्तित्व को सत्ता का शीर्ष मिटा कर रख देगा।
समारोह में हिलसा की पूर्व विधायक प्रो उषा सिन्हा, पूर्व विधायक रामचरित्र प्रसाद सिंह, नालन्दा विस के पूर्व प्रत्याशी कौशलेन्द्र कुमार उर्फ़ छोटे मुखिया, पूर्व प्रत्याशी रामकेश्वर प्रसाद उर्फ़ पप्पू नेता, चंडी के पूर्व प्रत्याशी सुखदेव प्रसाद, ई अवधेश कुमार सिन्हा, पूर्व जिला पार्षद अनिल कुमार, जैनेन्द्र कुमार, नरेन्द्र प्रसाद , राजमणि प्रसाद , विशेश्वर प्रसाद, सुशीला सिन्हा, जानकी देवी, अर्चना कुमारी आदि ने भी अपने- अपने विचारों को रखा।