जहानाबाद से दीपक शर्मा
कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाए जाने का फैसला ज्योंहि आया , आम कांग्रेस जनों में खुशी की लहर दौड़ गई। बिहार कांग्रेस प्रदेश प्रतिनिधि अनुप कुमार ने माननीय सुप्रीम कोर्ट के इस सुप्रीम फैसले को स्वागत योग्य बताया। उन्होंने कहा की माननीय उच्चतम न्यायालय के द्वारा संसद के बचे हुए सत्र में माननीय राहुल गांधी जी को भाग लिए जाने को लेकर सहमति प्रदान किया जाना बेहद सराहनीय कदम है।
इस मामले में अनुप कुमार ने कहा सुप्रीम कोर्ट द्वारा निचली अदालत के फैसले पर सवालिया निशान खड़ा करना एवं यह कहना कि आखिर इस मामले में अधिकतम सजा क्यों? इस बात को दर्शाता है कि वर्तमान केन्द्र की सरकार ने किस प्रकार से एक साजिश तहत इस पूरे मामले को अंजाम तक पहुंचाया। केंद्र की वर्तमान मोदी सरकार साजिश का ताना बाना बुनकर राहुल गांधी की आवाज को दबाना चाहती है।। जिसे आज देश की शीर्ष अदालत ने
विफल कर दिया।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस देश में लोकतंत्र को अपनी हुकूमत की ताकत के बल पर कुचलना चाहती है। यह सवाल केवल राहुल गांधी का नहीं अपितु जहां से राहुल गांधी चुनकर आते हैं,उस संसदीय
क्षेत्र की तमाम जनता का भी है, जिनकी अपेक्षाओं और अधिकारों को वर्तमान की मोदी सरकार ने कुचलने का काम किया। उन्होंने कहा कि ऐसी तानाशाही सरकार को 2024 के चुनाव में जनता सबक सिखाएगी।
इधर,अनुप कुमार ने कहा कि शीर्ष अदालत का यह फैसला बताता है कि देश में लोकतंत्र जीता है और तानाशाहों की हार हुई है। उन्होंने कहा कि लोकसभा की सदस्यता जाते ही राहुल गांधी ने स्वतः अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया और कभी कोई ओछी हरकत नहीं की। उनकी सदस्यता बहाल होने से india गठबंधन का हौसला और भी बुलंद हो गया है।