रतनी| शकूराबाद बाजार प्रखंड क्षेत्र का सबसे बड़ा व्यवसायिक स्थल है, लेकिन यहां एक भी सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालय नहीं है। सरकार द्वारा खुले में शौच से मुक्ति के लिए करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया जा रहा है, लेकिन प्रमुख हाट बाजारों में शौचालय निर्माण के लिए जनप्रतिनिधि भी पहल नहीं कर रहे हैं। अफसोसजनक यह है कि इस दिशा में स्थानीय लोगों ने कई दफे प्रशासन का समस्या की ओर ध्यानाकर्षण कराया है।
खुले में शौच से मुक्ति के लिए प्रशासन, जनप्रतिनिधि एवं जीविका कर्मियों ने अभियान चला कर लोगों को जागृत किया, लेकिन किसी ने भी शकूराबाद बाजार में सार्वजनिक शौचालय निर्माण की बात नहीं कही जहां प्रतिदिन हजारों स्त्री पुरुष मार्केटिंग करने के लिए, जहानाबाद, कुर्था, गया, पटना, इत्यादि जगहों के लिए बस,पकड़ने के लिए आते हैं।