जहानाबाद रतनी प्रखंड के शकूराबाद बाजार में विगत कई दिनों से अचानक बढ़ गए ठंड से निजात पाने के लिए सरकारी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं होने पर बाजार के आम जनों में असंतोष व्याप्त है। द्वारिका शर्मा अजीत कुमार कुणाल कुमार ने
बताया कि पूर्व में जहां ठंड के मौसम को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देश पर प्रखंड के अधिकारियों द्वारा बाजार में अलाव जलाने की व्यवस्था की जाती थी लेकिन इस बार कोई व्यवस्था नहीं किया गया है। ज्ञात हो कि शकूराबाद में प्रतिदिन आसपास के हजारों लोग रोजमर्गा के सामान के लिए बाजार आते जाते हैं। पूर्व के वर्षों में बाजार के चौक चौराहों पर अलाव का व्यवस्था रहता था जिससे गांव से बाजार आने वाले लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेकर ठंड से बचने की कोशिश करते थे। उन्होंने बताया कि लगातार गिर रहे तापमान की वजह से गरीबी का दंश झेल रहे लोगों को ज्यादा परेशानी हो रहा है।
इतनी कंपकंपाती ठंड में बेसहारा लोगों के दुकानदार एवं खासकर वृद्धो के बीच सरकार के कर्तव्यों पर सवाल खड़ा हो रहा है। इस पर द्वारिका शर्मा ने बताया कि कितना दुखद बात है कि दलित बस्तियों में ठंड से बचने के लिए सरकारी स्तर पर प्रशासन के द्वारा कोई व्यवस्था नहीं किया गया है उन्होंने जिला प्रशासन से इस बात को अवगत
कराते हुए सभी चौक चौराहों पर अलाव जलाने की मांग के साथ ठंड से निजात पाने के लिए बेसहारा एवं जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल बांटने का मांग उठाई है। ठंड की वजह से कई मजदूर काम पर नहीं जा पा रहे हैं जिससे उनके परिवार वालों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है और ऐसे समय में सरकार कुंभकर्णी नींद में सो रही है। सरकारी तौर पर ठंड से निजात पाने के लिए कोई मदद न मिलना सरकार के रवैया पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है|