बिहार के राजा सुशासन बाबू उर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सेनापतियों ने कल कल्पा में जमकर अपनी पावर का नमूना दिखाया..
अरे भाई सीएम के सिक्योरिटी है
सरकार के साथ में आये हैं..
कभी स्थानीय MLA को धकेल के भगा दे रहे थे, तो कभी पत्रकारो के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे,तो कभी पत्रकारो को पटक दे रहे थे.
ये सुशासन बाबू की सिक्योरिटी थी किसकी मजाल जो कुछ बोले या कहे..
सी.एम के सुरक्षाकर्मियों के इस व्यवहार से आहत माले विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री शिलान्यास और उद्घाटन करने पहुंचे थे, लेकिन यहां के दलित और अति पिछड़ा से छुआछूत की तरह व्यवहार किया गया.
गौरतलब हो की आज मुख्यमंत्री विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास के लिए जहानाबाद(कल्पा) पहुंचे थे साथ ही साथ उनके द्वारा पटना- गया -डोभी पथ पर बन रहे रेल ओवर ब्रिज का भी निरीक्षण किया गया
हालांकि जिस तरीके से जनप्रतिनिधियों और पत्रकारों के साथ सी.एम के सुरक्षा में लगे सी.एम सिक्योरिटी के द्वारा दुर्व्यवहार किया गया, इस घटना से आमजनों में सरकार के प्रति बहुत ही नकारात्मक छवि बनी है…
लोकतंत्र में कोई भी राजा नहीं होता है. जनता के द्वारा चुना गया व्यक्ति ही जनता का प्रतिनिधित्व करता है…
आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला पदाधिकारी महोदया एवं पुलिस अधीक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका रही…