जहानाबाद-जिले में राज्यस्तरीय कलाल इराकी मिल्लत कमीटी की बैठक किया गया।
जिसकी अध्यक्षता कमेटी के मुख्य संरक्षक अली कलाल साहेब ने की कमिटी के द्वारा अली कलाल साहेब को उनकी पूरी जिंदगी कलाल बिरादरी को वक्फ कर दिया इसलिए कमिटी के द्वारा उन्हें सपास नामा देकर सम्मानित किया ।सपास नामा को कमिटी के संरक्षक सादिक असरफी के द्वारा पढ़ाया गया।
बिहार कलाल इराकी मिल्लत कमेटी जहानाबाद के अध्यक्ष साजिद मुस्तफा ने अपने संबोधन में बताया की हमारे समाज कलाल इराकी बिरादरी सामाजिक, राजनैतिक, एवं शैक्षणिक तौर पे पिछड़ा है। शादिक अशरफी ने अपने संबोधन में समाज के उत्थान के शैक्षणिक क्षेत्र में काम करने की बात कही।
सादिक अशरफी साहेब ने कलाल इराकी बिरादरी को शैक्षणिक सामाजिक आर्थिक विकास कैसे हो इस पे अपनी बात रखी सभा को संबोधित करने वालों में रांची से जकी अहमद साहब, दिल्ली से मिनहाज उल रशीद साहब ,नवादा से जकिअहमद साहब ,जमुई से महबूब आलम, साहब मोतिहारी से फखर आलम ,उड़ीसा से वदूद आलम साहब, पटना से जाहिद अख्तर साहब, कल्पा से सबा करीम साहब ,गया से तमीम हम्बल साहब ,साथ ही कमेटी के सभी सदस्य ने कॉन्फ्रेंस को कामयाब
बनाने में अदा करने वालों में कमेटी के उपाध्यक्ष फजल इमाम साहब ,डॉक्टर मकसूद साहब, कमेटी के संयुक्त सचिव सिराजुद्दीन सालिक, मास्टर शाहिद साहब, कमेटी के खजांची जब एक्वील अहमद साहब, कमेटी के सभी एक्टिव मेंबर मोहम्मद सरवर साहब, मोहम्मद असलम साहब ,मकसूद साहब, नौशाद अहमद हुसैन को जब रहमान राशिद कमाल में अहम भूमिका निभाई। सभा का स्वागत भाषण सभा के सचिव आरिफ हुसैन साहब ने किया कमेटी के कमेटी के संरक्षक जब सादिक अशरफी साहब के द्वारा सपासनामा पढ़कर जनाब अली कलाल साहब को दिए ।
कॉन्फ्रेंस को कामयाब बनाने में कॉन्फ्रेंस को कामयाब बनाने में कमेटी के संरक्षक जब आशिक रसूल साहब, महबूब आलम साहब, कपिल साहब ,हैदर इमाम साहब ने मिलकर कॉन्फ्रेंस को कामयाब बनाया।