जहानाबाद:- जिले में जमीन सर्वे में अलग-अलग जगहों से लगातार गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं. अब नया मामला जहानाबाद जिले के हुलासगंज प्रखंड स्थित कोकरसा
पंचायत के मिर्जापुर से सामने आया है, जहां ग्रामीण का आरोप है, हमारे यहां सर्वे के दौरान 1086 प्लॉट में से 800 से ज्यादा प्लॉट को अनावाद बिहार सरकार के नाम कर दिया गया है, जबकि ये जमीन हमारी अपनी है. इसका सभी कागजात हमारे पास मौजूद है. 1914 का खतियान हमारे पास है. साथ ही हमलोग के पास जमीन का नक्शा भी उपलब्ध है. ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि पैसे वसूले जा सके.
सर्वे के दौरान अमीन आए, तो सारे प्लॉट पर गए. इसके बाद रजिस्टर पर सभी बातें नोट किया. अमीन ने लिखवाया कि कौन प्लॉट किसका है. उसकी फोटो कॉपी हमारे पास उपलब्ध है. इसके बाद क्या कुछ हुआ, हमलोग नहीं जान पाए. बाद में जब इससे संबंधित जानकारी लेने गए, तो वहां पर पैसे की मांग हुई. हमलोग चीरी गए, जहां पर शिविर बनाया गया था. यह कैंप यहां से 10 किलोमीटर दूर था. आने-जाने की अच्छी सुविधा भी नहीं थी. बाद में गए, फिर तो कहा गया कि आप प्रपत्र 8 भर दीजिए. हालांकि, हमलोगों को LPM नहीं दिया गया
उसी कागज में एक तरफ रैयती, खतियानी और मारूसी लिख दिया गया. सारे कागजात जमा करने के बाद भी नहीं चढ़ाया गया. इसका कारण जानने की कोशिश की, तो पता चला कि ये लोग पैसा वसूलना चाहते हैं. उन्होंने ये भी बताया कि मिर्जापुर के ही कुछ लोग हैं, जिन्होंने पैसा दिया, तो उनका सब काम कर दिया गया. हमलोगाें ने आवेदन दिया है. प्रपत्र 8 और 14 दिया और इसके बाद भी नेट पर जीरो कर दिया गया. इसके बाद हमलोगों ने आपत्ति दर्ज करवाई है और उसकी रिसीविंग भी हमलोगों के पास है.