मोदनगंज -सरकार की महत्वाकांक्षी बाल विकास परियोजना की कलई खुलकर सामने आई है। बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही,गरीब परिवार के बच्चों के लिए महत्वपूर्ण योजना बाल विकास ग्रामीण क्षेत्रों में सिर्फ दिखावा ही सावित हो रहा है। सरकार गरीब परिवार के बच्चों के लिए शिक्षा में सुधार हेतु आ॑गनबाड़ी के॑द्र के माध्यम से जिज्ञासा उत्पन्न करने हेतु पंचायत के प्रत्येक वार्डों में स॑चालित किया है।
जहां बच्चों को हर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से हजारों रुपए प्रति माह खर्च कर रही है,पर॑तु आ॑गनबाड़ी सेविका द्वारा मनमानी करने से वाज नहीं आ रही है।
इसी कड़ी में एक ताजा मामला मोदनगंज प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत नईमा पंचायत के वार्ड नं 9 ,आ॑गनबाड़ी के॑द्र स॑खया 22 का जो मामला सामने आया है,वह चौंकाने वाला है।आ॑गनबाड़ी के॑द्र स॑खया 22 के लाभूको द्वारा शिकायत प्राप्त हो रहा था कि,आ॑गनबाड़ी सेविका पटना में रहकर ही आ॑गनबाड़ी के॑द्र स॑चालित करतीं हैं।इस बात की पुष्टि हेतु जब आ॑गनबाड़ी के॑द्र स॑खया 22 पर पहुंच देखा कुछ बच्चे खेल रहे हैं।जब बच्चों से आ॑गनबाड़ी सेविका के स॑म्बध में जानकारी लिया तो, बच्चों ने बताया कि मैडम पटना रहती है, तथा
इस बात के लिए प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी से जानने की कोशिश किया तो सम्पर्क नहीं हो सका।
मामला चाहे जो कुछ भी हो लेकिन इतना तो तय है कि सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं, गरीब परिवार के बच्चों को सरकार द्वारा मिलने वाली लाभ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं।